Kisan Credit Card से तुरंत पाएं ₹5 लाख तक लोन, वो भी कम ब्याज में!
किसान क्रेडिट कार्ड (KCC) योजना का इतिहास और विकास
किसान क्रेडिट कार्ड योजना को 1998 में नाबार्ड (NABARD) और
भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) के सुझाव पर लॉन्च किया गया था। इसका उद्देश्य किसानों को फसल ऋण, पशुपालन, मत्स्य पालन आदि कार्यों के लिए सरल और सुलभ लोन सुविधा देना था।
वर्षों के दौरान इस योजना को कई बार अपडेट किया गया है, जिससे इसका दायरा बढ़ाया गया। खासकर, बजट 2025-26 में सरकार ने किसानों के लिए KCC लोन की सीमा को ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दिया है। यह निर्णय किसानों की बढ़ती जरूरतों और कृषि क्षेत्र में हो रहे विकास को देखते हुए लिया गया है।
---
किसान क्रेडिट कार्ड योजना का उद्देश्य
किसानों को कम ब्याज दर पर ऋण उपलब्ध कराना।
कृषि, पशुपालन, मत्स्य पालन जैसे कार्यों को प्रोत्साहन देना।
किसानों को ब्याज पर सब्सिडी देना।
किसानों को मौसमी खर्चों को पूरा करने में सहायता देना।
साहूकारों से लोन लेकर उच्च ब्याज दर चुकाने से बचाव।
किसानों को संस्थागत बैंकों से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करना।
योजना की विशेषताएं
किसान आवश्यकता अनुसार पैसा निकाल सकते हैं और वापसी कर सकते हैं, जब तक वह क्रेडिट सीमा के अंतर्गत है।
2.
ब्याज पर सब्सिडी:
समय पर लोन चुकाने वाले किसानों को 2% तक ब्याज दर में छूट मिलती है। कुछ मामलों में कुल ब्याज दर 4% तक रह सकती है।
3. बिना कोलैटरल ऋण:
₹1.60 लाख तक का ऋण बिना किसी संपत्ति के गिरवी रखे उपलब्ध होता है।
4. बीमा कवर:
किसानों को मृत्यु या विकलांगता की स्थिति में ₹50,000 तक का बीमा कवर मिलता है। अन्य जोखिमों के लिए ₹25,000 का बीमा होता है।
5. लोन की समय-सीमा:
फसल की कटाई, बिक्री और व्यापार अवधि के आधार पर लोन चुकाने की सुविधा होती है।
6. विस्तृत कार्यक्षेत्र:
फसल उत्पादन से लेकर मत्स्य पालन, डेयरी, बागवानी, सिल्क उत्पादन, पोल्ट्री फार्मिंग जैसे कार्यों को भी शामिल किया गया है।
बजट 2025-26 में KCC से संबंधित महत्त्वपूर्ण घोषणाएं
KCC लोन की सीमा ₹3 लाख से बढ़ाकर ₹5 लाख कर दी गई है।
ब्याज दरों में और राहत देने की घोषणा की गई है यदि किसान समय पर भुगतान करता है।
पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों को KCC कार्ड देना अनिवार्य कर दिया गया है।
डिजिटल किसान क्रेडिट कार्ड की शुरुआत की गई है जिससे किसान घर बैठे ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
---
पात्रता मापदंड (Eligibility Criteria)
1. कोई भी भारतीय नागरिक जो:
कृषि कार्य करता हो
मवेशी पालन, मत्स्य पालन आदि करता हो
किरायेदार किसान या बटाईदार हो
संयुक्त देयता समूह (JLG) या स्वयं सहायता समूह (SHG) का हिस्सा हो
2. किसान को उस बैंक शाखा के सेवा क्षेत्र का निवासी होना चाहिए जिसमें वह आवेदन करता है।
3. व्यक्ति या संस्था के पास वैध पहचान और भूमि संबंधी दस्तावेज़ होने चाहि
4. कम से कम ₹5,000 के उत्पादन लोन के लिए पात्र होना चाहिए।
आवश्यक दस्तावेज़ (Required Documents)
श्रेणी दस्तावेज
पहचान प्रमाण आधार कार्ड, पैन कार्ड, वोटर आईडी, ड्राइविंग लाइसेंस
निवास प्रमाण राशन कार्ड, बिजली बिल, आधार कार्ड
फॉर्म विधिवत भरा और हस्ताक्षरित KCC आवेदन फॉर्म
पासपोर्ट आकार फोटो 2 से 4 फोटो
भूमि दस्तावेज़ खसरा-खतौनी, पट्टा आदि
आवेदन की प्रक्रिया (How to Apply for KCC)
ऑफलाइन प्रक्रिया:
1. नज़दीकी बैंक शाखा जाएं।
2. किसान क्रेडिट कार्ड आवेदन फॉर्म प्राप्त करें।
3. फॉर्म भरें और आवश्यक दस्तावेज़ संलग्न करें।
4. बैंक अधिकारी से आवेदन की पुष्टि कराएं।
5. लोन स्वीकृति के बाद KCC कार्ड प्राप्त करें।
ऑनलाइन प्रक्रिया:
2. किसान क्रेडिट कार्ड सेक्शन में जाएं।
3. आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें।
4. भरे हुए फॉर्म और दस्तावेज़ स्कैन कर अपलोड करें या शाखा में जमा करें।
5. लोन स्वीकृति के बाद कार्ड जारी किया जाएगा।
कैसे काम करता है किसान क्रेडिट कार्ड?
यह एक क्रेडिट लिमिट आधारित खाता होता है।
जैसे-जैसे किसान राशि निकालते हैं, उस पर ब्याज लगता है।
किसान चाहे तो एक साथ या किस्तों में लोन चुकता कर सकता है।
समय पर भुगतान करने पर ब्याज में छूट मिलती है।
किसान उस सीमा तक राशि निकाल सकता है जो उसे स्वीकृत की गई है।
उदाहरण:
यदि किसी किसान को ₹2 लाख की सीमा दी गई है, तो वह जब चाहे ₹50,000 या ₹1 लाख निकाल सकता है, और उसे सिर्फ उसी निकाली गई राशि पर ब्याज देना होगा।
---
ब्याज दरें और चार्जेस
ब्याज दर बैंक पर निर्भर करती है, लेकिन सरकार समय पर भुगतान करने पर 2% तक की छूट देती है। कुछ लोकप्रिय बैंकों की ब्याज दरें:
बैंक ब्याज दर
SBI 7% (₹3 लाख तक)
HDFC Bank लगभग 10.08%
Axis Bank 10.70% से 13.30%
Bank of India बैंक के अनुसार
---
भारत में प्रमुख बैंक जो KCC प्रदान करते हैं
1. भारतीय स्टेट बैंक (SBI)
2. HDFC बैंक
3. Axis बैंक
4. ICICI बैंक
5. बैंक ऑफ बड़ौदा
6. बैंक ऑफ इंडिया
7. केनरा बैंक
8. पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
9. नाबार्ड (प्रवर्तन एजेंसी)
KCC योजना के अंतर्गत बीमा सुरक्षा
परिस्थिति बीमा राशि
मृत्यु या स्थायी विकलांगता ₹50,000
अन्य जोखिम (फसल नष्ट, दुर्घटना आदि) ₹25,000
---
KCC और PM किसान योजना का एकीकरण
इस योजना के लिए आवेदन कैसे करें?
1. एक-पेज फॉर्म भरें
2. ज़मीन और फसल की जानकारी जोड़ें
3. फॉर्म CSC में जमा करें
4. CSC इसे बैंक को भेजता है
5. बैंक द्वारा लोन स्वीकृति के बाद कार्ड जारी किया जाता है
केसीसी के लाभ (KCC Benefits) – एक नज़र में
समय पर लोन भुगतान करने पर ब्याज में छूट
₹1.60 लाख तक बिना गारंटी लोन
फसल बीमा और जीवन सुरक्षा योजना
किसान की क्रेडिट हिस्ट्री बनती है
ऑनलाइन सुविधा के साथ तेज़ प्रोसेस
ब्याज केवल निकाली गई राशि पर लागू
---
KCC और साहूकारी से बचाव
ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी किसान साहूकारों से उधार लेते हैं जिनकी ब्याज दरें 36% से 60% तक होती हैं। KCC योजना किसानों को बैंक से 4% से 7% ब्याज पर लोन उपलब्ध कराकर साहूकारी जाल से बचाती है। यह योजना ग्रामीण ऋण प्रणाली में क्रांति लाने का कार्य कर रही है।
---
डिजिटल KCC – भविष्य की दिशा
सरकार अब डिजिटल किसान क्रेडिट कार्ड (Digital KCC) जारी कर रही है, जिससे किसान अपने मोबाइल से कार्ड की स्थिति देख सकते हैं, ब्याज दर की जानकारी ले सकते हैं, और ऑनलाइन ट्रांजैक्शन कर सकते हैं। इसका लक्ष्य है:
भ्रष्टाचार मुक्त प्रणाली
तेज़ सेवा वितरण
कृषि ऋण की निगरानी
---
KCC योजना से जुड़े प्रमुख प्रश्न (FAQs)
प्र1: क्या KCC योजना के लिए कोई शुल्क देना होता है?
उ: बैंक प्रोसेसिंग शुल्क ले सकते हैं, लेकिन ₹3 लाख तक के लोन के लिए शुल्क न्यूनतम या माफ़ रहता है।
प्र2: KCC कार्ड कितने सालों के लिए वैध होता है?
उ: आम तौर पर 5 वर्षों तक वैध होता है, लेकिन इसे हर साल नवीनीकरण की आवश्यकता होती है।
प्र3: KCC से लिए गए लोन की सीमा क्या है?
उ: अधिकतम ₹5 लाख तक लोन मिल सकता है।
प्र4: क्या KCC केवल खेती के लिए होता है?
उ: नहीं, इसे मत्स्य पालन, डेयरी, पोल्ट्री फार्मिंग, बागवानी आदि के लिए भी उपयोग किया जा सकता है।
---
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें